13 अक्तूबर 2025 - 15:25
ईरान शर्म अल शैख शांति सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगा 

इस्माईल बक़ाई ने ईरान के पुराने रुख़ को दोहराते हुए कहा कि ईरान हर उस कोशिश का समर्थन करता है जो ग़ज़्ज़ा में जनसंहार के अंत, फ़िलिस्तीनी जनता की पीड़ा को कम करने, ज़ायोनी फ़ौजों की वापसी और ज़रूरी मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति का कारण बने।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बक़ाई ने कहा है कि ईरान मिस्र में होने वाले शर्म अल-शेख़ शांति सम्मेलन में भाग नहीं लेगा। उन्होंने ग़ज़्ज़ा पट्टी में इस्राईल की जनसंहारक आक्रामकता को समाप्त करने की मांग की।

ईरानी मीडिया से बात करते हुए इस्माईल बक़ाई ने कहा कि ईरान को ग़ज़्ज़ा के लोगों के ख़िलाफ़ जारी ज़ायोनी हमलों को रोकने के लिए बनाए जा रहे युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला था, लेकिन इस्लामी ईरान का उसमें भाग लेने का कोई इरादा नहीं है

इस्माईल बक़ाई ने ईरान के पुराने रुख़ को दोहराते हुए कहा कि ईरान हर उस कोशिश का समर्थन करता है जो ग़ज़्ज़ा में जनसंहार के अंत, फ़िलिस्तीनी जनता की पीड़ा को कम करने, ज़ायोनी फ़ौजों की वापसी और ज़रूरी मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति का कारण बने।

बक़ाई ने पिछले दो वर्षों में इस्राईल के युद्ध अपराधों और जनसंहार के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनी जनता के सब्र, मज़बूती और क़ुर्बानियों की सराहना की।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि फ़िलिस्तीन का भविष्य सिर्फ़ फ़िलिस्तीनी जनता और उनके वैध प्रतिनिधियों द्वारा तय होना चाहिए

उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्राईल के मानवाधिकार उल्लंघनों से सबक सीखेगा और भविष्य में ऐसी ग़ैरक़ानूनी हरकतों और वादाखिलाफ़ियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।

अंत में उन्होंने मिस्र सरकार का निमंत्रण देने पर शुक्रिया अदा किया, और इस्लामी दुनिया तथा क्षेत्रीय देशों के बीच एकता और आपसी सहयोग की अहमियत पर बल दिया।

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